पाठ से
गोमा को पेड़ के नीचे बैठा देखकर बूढ़ी अम्मा ने उससे क्या कहा?
गोमा ने जब इरादा कर लिया कि वह तब तक खेत नहीं जोतेगा जब तक वर्षा नहीं हो जाती। ये सोचकर वह अपने बैलों को हांकता हुआ वापस ले गया। रास्ते में वह एक पेड़ के नीचे बैठ गया। तभी वहां एक बूढ़ी अम्मा आईं और उन्होंने गोमा से कहा, ‘ये वक्त तो खेत जोतने का है और तुम यहां आराम कर रहे हो।’ इस पर गोमा ने कहा, ‘खेत जोतकर क्या करूंगा जब वर्षा ही नहीं हो रही।’ तो बूढ़ी अम्मा ने कहा, ‘तुम अपना काम समय पर करो प्रकृति अपना काम अवश्य समय पर करेगी। वर्षा अवश्य होगी।’